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सरहपा
,* [[पशु जिसमें दुःख न करै, पंडित उसमें दुःख भरै / सरहपा]]
* [[विकसित आनन्द का विषय पाइ / सरहपा]]
* [[जो परख़ैपरखै, सर्प डंसै, सोई मरै / सरहपा]]
* [[तर्जनी से लखाए अन्तरिक्ष दीखै नही गुरु से लखाया / सरहपा]]
* [[पथरकटनी और श्वेतपटी / सरहपा]]