भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
दुनिया तिरे ईमाँ के तआकुब<ref>पीछे पड़ना</ref> में लगी है
ये सोच के दिल थाम के ये ग़ारे हिरा<ref>वो गुफा सिमें हज़रत मोहम्मद स.अल्लाह का ध्यान करते थे और जहाँ उन्हें ईश्वरीय ज्ञान प्राप्त हुआ</ref>है
<poem>
{{KKMeaning}}