भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
|रचनाकार=अभिमन्यु अनत
}}
{{KKCatKavita}}{{KKCatMauritiusRachna}}
<poem>
 
 
यहाँ दोपहर में रात हो गयी
गुलर का फुल खिलकर काफुर हो गया
Mover, Reupload, Uploader
7,916
edits