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Kavita Kosh से
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आने वाले दिनों में क्या होगा
आज रोता है वो तो जी भर के उसको रोने दोआज वो खुद से मिलना था मिल गया लिया होगा
फूल में ताज़गी ग़ज़ब की है
जल्द ही शाख़ से जुदा होगा
जिंदगी तू जो हार जायेगी
मौत को इससे हौसला होगा
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