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Kavita Kosh से
जब आई शाम तेरा इंतज़ार करने लगे
हमारी सादामिजाज़ी सादा -मिजाज़ी की दाद दे कि तुझेबगैर बग़ैर परखे तेरा एतबार करने लगे.
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