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*[[ऐसी लगन लगी प्राणों में, पीड़ा ही गलहार बन गयी / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[इतनी उलझन क्यों आनन पर, मुझको आधा ही मन दे दो / गुलाब खंडेलवाल]]
*[[जी करता है आँखें मूँदूँ / गुलाब खंडेलवाल]]
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