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नेवाज़
,* [[तू ही को चाहत वे चित मौ अरु तू ही हियो उनपै ललचावत / नेवाज़]]
* [[आगे तौ कींन्हीं लगालगी लोयन / नेवाज़]]
* [[ देख हमैं सब आपुस में जो कुछ मन भावै सोई कहती हैं / नेवाज़]]