भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

शाम होने वाली है / शहरयार

55 bytes added, 15:19, 28 अक्टूबर 2012
* [[सबसे जुदा हूँ मैं भी, अलग तू भी सबसे है / शहरयार]]
* [[दोस्त अहबाब की नज़रों में बुरा हो गया मैं / शहरयार]]
* [[तेरी फितरत / शहरयार]]
===नज़्म===
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,131
edits