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Kavita Kosh से
मैं एक बूढ़ा शिकारी
घायल और आहत
लेकिन हौसला मेरी मुठिट्यों मे में है और
उम्मीद हर हमले में
मैं एक आख़िरी गीत अपनी धरती के लिए गाना चाहता हूँ ..