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धुँआ (35) / हरबिन्दर सिंह गिल

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आदि तो नहीं हो जाएगा ।
यदि होगा, क्योंोकि क्योंकि यह भाव नया नहीं है
न ही धर्म ग्रन्थों के उपदेशों से ज्यादा मूल्यवान है
यदि समझ सकते हो गहराई
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