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तू तो है न मेरे पास / दिविक रमेश

No change in size, 07:02, 18 फ़रवरी 2013
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सोचता हूं हूँ क्या था कारण—
माँ को ही नहीं लेने आया सपना
या सपने की ही नहीं थी पहुँच माँ तक ।
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