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* [[जो कोई समझा नहीं उस मुख के आँचल के मआनी कूँ / वली दक्कनी]]
* [[फि़दा-ए-दिलबर-ए-रंगीं अदा हूँ / वली दक्कनी]]
* [[रखता हूँ शम्मेीशम्मे-आह सुख़न के फि़राक़ में / वली दक्कनी]]
* [[हुआ तू ख़ुसरव-ए-आलम सजन! शीरीं मक़ाली में / वली दक्कनी]]
* [[छुपा हूँ मैं सदा-ए-बांसली में / वली दक्कनी]]