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ये मौसम और ये दूरी
मुझे पल पल है तड़पाये
तेरी दो टकियाँ टकिया दी नौकरी वे मेरा लाखों का सावन जाये
हाय हाय ये मजबूरी
ये मौसम और ये दूरी
मुझे पल पल है तड़पाये
तेरी दो टकियाँ टकिया दी नौकरी वे मेरा लाखों का सावन जाये
हाय हाय ये मजबूरी
ये मौसम और ये दूरी
मधुर मिलन का ये सावन हाथों से निकला जाये
तेरी दो टकियाँ टकिया दी नौकरी वे मेरा लाखों का सावन जाये
हाय हाय ये मजबूरी
ये मौसम और ये दूरी
मुझे पल पल है तड़पाये
तेरी दो टकियाँ टकिया दी नौकरी वे मेरा लाखों का सावन जाये
हाय हाय ये मजबूरी
ये मौसम और ये दूरी
अम्बर पे है रचा स्वयम्वर फिर भी तू घबराये
तेरी दो टकियाँ टकिया दी नौकरी वे मेरा लाखों का सावन जाये
मुझे पल पल है तड़पाये
तेरी दो टकियाँ टकिया दी नौकरी वे मेरा लाखों का सावन जाये
हाय हाय ये मजबूरी
ये मौसम और ये दूरी