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*[[है वक़्त कम औ लम्बा सफ़र भागते रहो / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[गर्मियों की यह तपिश भी चाँदनी हो जायेगी / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[मसलहत खे़ज़ ये रियाकारी / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[जो ज़बां से लगती है वो कभी नहीं जाती / ‘अना’ क़ासमी]]
*[[पैसा तो खुशामद में, मेरे यार बहुत है / ‘अना’ क़ासमी]]
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