भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

कबीर दोहावली / पृष्ठ ५

No change in size, 04:24, 13 जून 2013
|आगे= कबीर दोहावली / पृष्ठ ६
|सारणी=दोहावली / कबीर
{{KKCatDoha}}
}}
{{KKCatDoha}}
<poem>
अब तौ जूझया ही बरगै, मुडि चल्यां घर दूर ।