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नीति के दोहे / कबीर

No change in size, 07:31, 7 जुलाई 2013
काँकर पाथर जोरि कै, मस्जिद लई बनाय।
ता चढ़ मुल्‍ला बॉंग बांग दे, बहिरा हुआ खुदाए।।
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