भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़लें */
{{KKShayar}}
====ग़ज़लें====
* [[ बुतो ये शीशा-ए-दिल तोड़ दो ख़ुदा के लिए / शेख़ अली बख़्श 'बीमार']]* [[दख़्ल हर दिल में तिरा मिस्ल-ए-सुवैदा हो गया / शेख़ अली बख़्श 'बीमार']]* [[दम न निकला यार की ना-मेहरबानी देख कर / शेख़ अली बख़्श 'बीमार']]* [[फ़स्ल-ए-गुल साथ लिए बाग़ में क्या आती है / शेख़ अली बख़्श 'बीमार']]* [[कौन बरहम है ज़ुल्फ-ए-जानाँ से / शेख़ अली बख़्श 'बीमार']]* [[कौन दुनिया से बादा-ख़्वार उठा / शेख़ अली बख़्श 'बीमार']]* [[क्या क्या न तेरे सदमे से बाद-ए-ख़िजाँ गिरा / शेख़ अली बख़्श 'बीमार']]* [[न कहो ऐतबार है किस का / शेख़ अली बख़्श 'बीमार']]* [[रंजिश तिरी हर दम की गवारा न करेंगे / शेख़ अली बख़्श 'बीमार']]