{{KKFilmRachna
|रचनाकार=मेहबुब
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यहाँ वहाँ सारा जहाँ देख लिया
अब तक भी तेरे जैसा कोई नहीं
अपनी बाँहे खोल दे
जोर से मुझको गले लगा ले
मुझको फिर वो प्यार देतू ही जिन्दगी है, तू ही मेरी मोहब्बत हैतेरे ही पैरों में जन्नत हैतू ही दिल, तू जान, अम्मा
माँ तुझे सलाम, माँ तुझे सलाम