भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
|संग्रह=
}}
{{KKVID|v=PV1QntReruE5kBU6t074Us}}[[Category:ग़ज़ल]]{{KKCatGhazal}}
<poem>
मैं तो मकतल में भी किस्मत का सिकंदर निकला