भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

छलकल गगरिया रे / भोजपुरी

33 bytes added, 15:32, 21 सितम्बर 2013
|भाषा=भोजपुरी
}}
{{KKCatBhojpuriRachna}}<poem>
छलकल गगरिया रे मोर निरमोहिया
 
छलकल गगरिया मोर
 
बिरही मोरनियाँ मोरवा निहारे
 
पापी पपिहरा पिउ-पिउ पुकारे
 
पियवा गइल कउनी ओर निरमोहिया
 
छलकल गगरिया मोर... कि... छलकल गगरिया मोर
</poem>
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,132
edits