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|संग्रह=लीलटांस / कन्हैया लाल सेठिया
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मिनख रो कांई
सळ्यो‘र अळ्यो
बगत पिछाणींजै,
रूप रो कांई
रूड़ो‘र कोजो
सत पितवाणींजै,
उमर रो कांईं
लांबी‘र ओछी
करणी जाणींजै !
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