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|रचनाकार=सत्यप्रकाश जोशी |संग्रह=राधा / सत्यप्रकाश जोशी
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<Poempoem>
होळी रा रंग-रंग कांईं करौ रे,
म्हारै तन भरिया रंग दस बीस।
मिळसी ना रंगरेजां री हाट।
फाग रमाऊं म्हारा कांन्ह नै।
</Poempoem>