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मईया के अंगे लहंगा सोहेv
चमचम चमके चुनरिया <br> देबी जी आई गईं भवनवा <br> मईया के पैरों में पायल सोहे <br> चमचम चमके बिछुववा <br>देबी जी आई गईं भवनवा <br/poem>''' -०-