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और प्रीत की शहजादियाँ
मजारों में रोने लगीं
आज सब कैदी कैदो बन गयेगए
हुस्न इश्क के चोर
मैं कहाँ से ढूँढ के लाऊँ
एक वारिस शाह और...
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