भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
बौनेपन में उतरने ही
जीवन ने इस कदर समाधी समाधि धारण कर ली
कि नई ज़मीन की कच्ची-पक्की, जली-भुनी सभी मन्त्र-सिद्ध तरकीबें उसे रट गईं
और
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader
54,248
edits