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सबसे अधिक तुम्हीं रोओगे / रामावतार त्यागी
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{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रामावतार त्यागी
}}
आने पर मेरे बिजली-सी कौंधी सिर्फ तुम्हारे दृग में<br>
लगता है जाने पर मेरे सबसे अधिक तुम्हीं रोओगे ! <br><br>
Pratishtha
KKSahayogi,
प्रशासक
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प्रबंधक
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