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 मधु पीते-पीते थके नयन, फ़िर भी प्यासे अरमान !
जीवन में मधु, मधु में गायन, गायन में स्वर, स्वर में कंपन
आँसू बन आए, चले गए, इतने पर भी एहसान!
फ़िर भी प्यासे अरमान!!
 
 
</poem>
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