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हमरे देसवा की मँझरिया ह्वैगै सूनि,
अकेले गाँधी बाबा के बिना।
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मँझरिया > मड़ैया / भरमारी > भरमार, अधिकता / खूँगर > कत्ल करने वाला / धुँवारि > धुवें से भरी यानी मैली / डहुँकी > गरजी / भँगारि > भाँग के नशे में मस्त {{KKCatAwadhiRachna}}
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