भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

राजनीति-४ / रंजना जायसवाल

379 bytes added, 05:38, 3 अप्रैल 2014
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=रंजना जायसवाल |अनुवादक= |संग्रह= }} ...' के साथ नया पन्ना बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=रंजना जायसवाल
|अनुवादक=
|संग्रह=
}}
{{KKCatKavita}}
<poem>
बहेलिया
प्रसन्न है
उसने अन्न के ऊपर
जाल बिछा दिया है
भूख की मारी चिड़िया
उतरेगी ही
</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
1,983
edits