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/* श्रीराधा के प्रेमोद्गार-श्रीकृष्णके प्रति */
* [[कभी मत मिलो, पूछो न कभी / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[प्रियतम! मीठी नित याद तुम्हारी आती / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[कभी मत मिलें, मिले रहें नित / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[कितने तुम अनुपम, अति सुन्दर / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[तुम्हारी स्मृति ही है आधार / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[चाहता मन है नित संयोग / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[बिसारूँ कैसे स्याम सुजान / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[मैं भूली थी अपने भ्रम से / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[मैं थी पहले मलिना / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[प्रेमाधीन शिरोमणि हो तुम / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[दूर करो, ठुकराओ चाहे, प्यारे / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]
* [[चाह-कुचाह मिट गयी सारी / हनुमानप्रसाद पोद्दार]]