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|रचनाकार=लालसिंह दिल
|अनुवादक=सत्यपाल सहगल
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जब
बहुत सारे सूरज मर जायेंगे
तब
तुम्हारा युग आएगा
है न?
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तब
तुम्हारा युग आएगा
है न?
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