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साजन! होली आई है! / फणीश्वर नाथ रेणु
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04:55, 19 अप्रैल 2014
मस्ती से मन को बहलाना
पर्व हो गया आज-
साजन ! होली आई है!
हँसाने हमको आई है!
मधकर नर-शोणित का सागर
पा न सका है आज-
सुधा वह हमने पाई है !
साजन! होली आई है!
साजन! होली आई है !यौवन की जय !
जीवन की लय!
गूँज रहा है मोहक मधुमय
Gayatri Gupta
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