भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज
<poem>
छह बच्चों की माँ है तो क्या,
मुंह मुँह पर उनके रंगीनी है,
समधिन मेरी रसभीनी है।
समधिन मेरी रसभीनी है।
दिख जाती-चांद चाँद निकलता है
छिप जाती-नेह पिघलता है
सतराती-सिट्टी गुम होती
Delete, Mover, Protect, Reupload, Uploader, प्रबंधक
35,132
edits