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मंगल मूरति जय जय हनुमंता / आरती
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मंगल मूरति जय जय हनुमंता, मंगल-मंगल देव अनंता।
हाथ व्रज और ध्वजा विराजे, कांधे मूंज जनेऊ साजे।
Sharda suman
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