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/* प्रतिनिधि रचनाएँ */
* [[तमाम जिस्म ही घायल था, घाव ऐसा था / कृष्ण बिहारी 'नूर']]
* [[ये लम्हा ज़ीस्त का बस आख़िरी है और मैं हूँ / कृष्ण बिहारी 'नूर']]