भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़लें */
* [[हालात से ख़ौफ़ खा रहा हूँ / क़तील ]]
* [[जब अपने एतिक़ाद के महवर से हट गया / क़तील ]]
* [[क्या जाने किस ख़ुमार में / क़तील ]]
* [[मंज़िल जो मैं ने पाई तो शशदर भी मैं ही था / क़तील ]]