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हमें उजाला करना है / प्रभुदयाल श्रीवास्तव
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05:30, 30 जून 2014
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रुपये एकत्रित करना है
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हमको गुल्लक भरना है|
इन रुपयों से वृद्धों की,
लाचारी में बेचारे,
पीते न कुछ खा पाते|
इनकी झोली भरना है
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इन्हें मदद कुछ करना है|
सहन नहीं जो कर पाते,
बिना मौत के मर जाते|
हमें दुखों को हरना है
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उनकी रक्षा करना है|
हाथों में लेकर सूरज,
हमें हटाना है तम को|
हमें उजाला करना है
|
,
अंधकार से लड़ना है|
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Mani Gupta
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