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Kavita Kosh से
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मच्छर आवाज़ उठाता है
अपना खून कहकर
मच्छर बंदूक उठाते हैं
और सारे घर में जहर फैला देता है
अंग बागी हो जाते हैं
बागी अंग काटकर जला दिए जाते हैं
उनकी जगह तुरंत उग आते हैं नये अंग
जिंदा रहने के लिए वो पीता है खून
जिसे हम ‘डोनेट’ डोनेट करते हैं अपनी मर्जी से
हर बीमारी की दवा है‘सिस्टम’ के पासहर नया विषाणु इसके प्रतिरक्षा तंत्र को और मजबूत करता है
क्योंकि ये पैदा हुआ था
दुनिया जीतने वाली जाति के
सबसे तेज और सबसे कमीने दिमागों में
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