|विविध=
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*[[फ़नकारों के नाम / फ़राज़]]*[[तुमने ज़र्रों को तारों की तनवीर दी / फ़राज़]]*[[रंजिश ही सही दिल ही दुखाने के लिए आ / फ़राज़]]*[[क़ुर्बतों में भी जुदाई के ज़माने माँगे / फ़राज़]]*[[मा’बूद / फ़राज़]]*[[जुज़ तेरे कोई भी दिन-रात न जाने मेरे / फ़राज़]]*[[न हरीफ़े जाँ न शरीक़े-ग़म शबे-इंतज़ार कोई तो हो / फ़राज़]]*[[शाख़े-निहाले-ग़म / फ़राज़]]*[[ख़ुदकलामी / फ़राज़]]*[[दिल तो वो बर्गे-ख़िज़ाँ है कि हवा ले जाए / फ़राज़]]*[[न इंतज़ार की लज़्ज़त , न आरज़ू की थकन / फ़राज़]]*[[हम तो यूँ ख़ुश थे कि इक तार गिरेबान में है / फ़राज़]]*[[ख़ामोश हो क्यों दादे-ज़फ़ा क्यूँ नहीं देते / फ़राज़]]*[[इज़्हार / फ़राज़]]*[[ख़ुदकुशी / फ़राज़]]*[[सुन भी ऐ नग़्मासंजे-कुंजे-चमन अब समाअत का इन्तज़ार किसे / फ़राज़]]*[[दिल बहलता है कहाँ अंजुमो-महताब से भी / फ़राज़]]*[[वफ़ा के बाब में इल्ज़ामे-आशिक़ी न लिया / फ़राज़]]*[[शिकस्त / फ़राज़]]*[[ज़ेरे-लब / फ़राज़]]*[[ऐसे चुप हैं कि ये मंज़िल भी कड़ी हो जैसे / फ़राज़]]*[[क्या ऐसे कम-सुख़न से कोई गुफ़्तगू करे / फ़राज़]]*[[हरेक बात न क्यों ज़ह्र-सी हमारी लगे / फ़राज़]]*[[हमदर्द / फ़राज़]]*[[ख़्वाब / फ़राज़]]*[[सौ दूरियों पे भी भी मिरे दिल से जुदा न थी / फ़राज़]]*[[जो भी दुख याद न था याद आया / फ़राज़]]*[[सवाल / फ़राज़]]*[[ग़रीबे-शह्र के नाम / अहमद फ़राज़]]*[[ज़ख़्म को फूल तो सरसर को सबा कहते हैं / फ़राज़]]*[[गुल हो चराग़े-मै तो सज़ावारे संग है नींद / फ़राज़]]* [[ख़ुशबू का सफ़र / फ़राज़]]* [[अब के बरस भी / फ़राज़]]* [[तुझ से मिल कर भी कुछ ख़फ़ा नाराज़ हैं हम / फ़राज़]]* [[तुझे उदास लिया ख़ुद भी सोग़वार हुए / फ़राज़]]*[[वही है जुनूँ है वही क़ूच-ए-मलामत है / फ़राज़]]*[[पैग़ामबर / फ़राज़]]*[[रोज़ की मसाफ़त से चूर हो गए दरिया / फ़राज़]]*[[तू कि अंजान है इस शहर के अंदाज़ समझ / फ़राज़]]*[[ख़ुदा-ए-बरतर / फ़राज़]]*[[क़ुर्ब जुज़ दाग़े-जुदाई नही देता कुछ भी / फ़राज़]]*[[दोस्त बन कर भी नहीं साथ निभाने वाला / फ़राज़]]*[[ये आलम शौक़ का देखा न जाए / फ़राज़]]*[[ख़ुदग़रज़ / फ़राज़]]*[[वाबस्तगी / फ़राज़]]*[[दिल भी बुझा हो शाम की परछाइयाँ भी हों अहले-ग़म जाते हैं नाउम्मीद तेरे शहर से / फ़राज़]]*[[जब तेरी याद के जुगनू चमके तम्सील / फ़राज़]]*[[मम्दूह आँखों में चुभ रहे हैं दरो-बाम के चराग़ / फ़राज़]]*[[पयाम आए नज़र की धूप में साये घुले हैं उस यारेशब की तरह / फ़राज़]]* [[शुहदा-बेवफ़ा ए-जंगे आज़ादी 1857 के मुझे नाम / फ़राज़]]*[[बेनियाज़ेपयंबरे-ग़मे-पैमाने-वफ़ा हो जाना मश्रिक / फ़राज़]]*[[निगारेबतर्जे-गुल बेदिल / फ़राज़]]*[[गुलशुदा शम्ओं का मातम न करो अल्मिया / फ़राज़]]*[[दिल में अब ताक़त कहाँ ख़ूँनाबा अफ़्शानी करे जब तेरी याद के जुगनू चमके / फ़राज़]]*[[बेसरो-सामाँ थे लेकिन इतना अन्दाज़ा न था मम्दूह / फ़राज़]]*[[तपते सहराओं पे गरजा सरे-दरिया बरसा अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें / फ़राज़]]*[[अफ़ई की तरह डसने लगी मौजे-नफ़स भी अच्छा था अगर ज़ख़्म न भरते कोई दिन और / फ़राज़]]*[[ऐ मेरे बेदर्द शहर तरस रहा हूँ मगर तू नज़र न आ मुझको / फ़राज़]]*[[घर में कितना सन्नाटा है बाहर कितना शोर किसी तरह तो बयाने-हर्फ़े आरज़ू करते / फ़राज़]]*[[फिर भी मैं और तू इंतज़ार कर शायद / फ़राज़]]*[[अब वो झोंके कहाँ सबा जैसे अफ़्रेशियाई अदीबों के नाम / फ़राज़]]*[[तिर्याक़ मैं कि पुरशोर समन्दर थे मेरे पाँवों में / फ़राज़]]*[[मुस्तक़िल महरूमियों पर भी ये तो दिल माना नहीं जब मुम्किन है / फ़राज़]]*[[तू पास तुम भी ख़फ़ा हो तो दिल बेक़रार अपना है लोग भी बरहम हैं दोस्तो / फ़राज़]]*[[जिससे ये तबीयत बड़ी मुश्किल से लगी थी ज़िन्दगी! ऐ ज़िन्दगी / फ़राज़]]*[[किसी चन्द लम्हों के तज़्क़िरे बस्ती में कूलिए तूने मसीहाई की / फ़राज़]]* [[उतरी थी शहरे-ब-कू जो हुए गुल में कोई आतिशी किरन / फ़राज़]]*[[मुझसे पहले कोई भटकता बादल / फ़राज़]]*[[करूँ न याद मगर किस तरह भुलाऊँ उसे / फ़राज़]]*[[अब और क्या किसी से मरासिम बढ़ाएँ हम के तज़्क़िरे बस्ती में कू-ब-कू जो हुए / फ़राज़]]*[[उतरी थी शहरे-गुल में कोई आतिशी किरन तू पास भी हो तो दिल बेक़रार अपना है / फ़राज़]] *[[कोई भटकता बादल तिर्याक़ / फ़राज़]]*[[कैसी तलब,और क्या अन्दाज़े, मुश्किल ये तो जब मुम्किन है तक़दीर बने / फ़राज़]]*[[अपनी मुहब्बत के अफ़साने कब तक राज़ बनाओगे तुम भी ख़फ़ा हो लोग भी बरहम हैं दोस्तो / फ़राज़]]* [[फिर भी तू इंतज़ार कर शायद / फ़राज़]]*[[ज़िन्दगी! ऐ ज़िन्दगी / फ़राज़]]*[[चन्द लम्हों के लिए तूने मसीहाई की / फ़राज़]]*[[ज़ो’म ऐसा क्या कि लुत्फ़ेउतरी थी शहरे-यार ठुकराना पड़े गुल में कोई आतिशी किरन / फ़राज़]]*[[अब न फ़ुर्सत है, न अहसास है ग़म से अपने कोई भटकता बादल / फ़राज़]]*[[ये तो जब मुम्किन है फिर भी तू इंतज़ार कर शायद / फ़राज़]]*[[तुम भी ख़फ़ा हो लोग भी बरहम हैं दोस्तो अब वो झोंके कहाँ सबा जैसे / फ़राज़]]*[[फिर अफ़ई की तरह डसने लगी मौजे-नफ़स भी तू इंतज़ार कर शायद / फ़राज़]]*[[तू कहाँ था ज़िन्दगी पयाम आए हैं उस यारे-बेवफ़ा के रोज़ोमुझे / फ़राज़* बेनियाज़े-शब आँखों ग़मे-पैमाने-वफ़ा हो जाना / फ़राज़* निगारे-गुल / फ़राज़* गुलशुदा शम्ओं का मातम न करो / फ़राज़* दिल में अब ताक़त कहाँ ख़ूँनाबा अफ़्शानी करे / फ़राज़* बेसरो-सामाँ थे लेकिन इतना अन्दाज़ा न था / फ़राज़]]*[[तिर्याक़ तपते सहराओं पे गरजा सरे-दरिया बरसा / फ़राज़* ऐ मेरे बेदर्द शहर / फ़राज़* घर में कितना सन्नाटा है बाहर कितना शोर / फ़राज़]]*[[मुस्तक़िल महरूमियों पर भी तो दिल माना नहीं / फ़राज़]]*[[तू पास भी हो तो दिल बेक़रार अपना है / फ़राज़]]*[[जिससे ये तबीयत बड़ी मुश्किल से लगी थी / फ़राज़]]*[[किसी के तज़्क़िरे बस्ती में कू-ब-कू जो हुए / फ़राज़]]*[[मुझसे पहले / फ़राज़]]*[[करूँ न याद मगर किस तरह भुलाऊँ उसे / फ़राज़]]*[[अब और क्या किसी से मरासिम बढ़ाएँ हम / फ़राज़]]*[[उतरी थी शहरे-गुल में कोई आतिशी किरन / फ़राज़]] *[[कोई भटकता बादल / फ़राज़]]*[[कैसी तलब,और क्या अन्दाज़े, मुश्किल है तक़दीर बने / फ़राज़]]*[[अपनी मुहब्बत के अफ़साने कब तक राज़ बनाओगे / फ़राज़]]*[[ज़िन्दगी! ऐ ज़िन्दगी / फ़राज़]]*[[चन्द लम्हों के लिए तूने मसीहाई की / फ़राज़]]*[[ज़ो’म ऐसा क्या कि लुत्फ़े-यार ठुकराना पड़े / फ़राज़]]*[[अब न फ़ुर्सत है, न अहसास है ग़म से अपने / फ़राज़]]*[[ये तो जब मुम्किन है / फ़राज़]]*[[तुम भी ख़फ़ा हो लोग भी बरहम हैं दोस्तो / फ़राज़]]*[[तू कहाँ था ज़िन्दगी के रोज़ो-शब आँखों में थे / फ़राज़]]*[[लम्हे वफ़ूरे-शौक़ के ऐसे न आए थे मुस्तक़िल महरूमियों पर भी तो दिल माना नहीं / फ़राज़]]*[[शुहदा-ए-जंगे आज़ादी 1857 के नाम जिससे ये तबीयत बड़ी मुश्किल से लगी थी / फ़राज़]]*[[पयंबरे-मश्रिक मुझसे पहले / फ़राज़]]*[[बतर्जे-बेदिल अब और क्या किसी से मरासिम बढ़ाएँ हम / फ़राज़]]*[[अल्मिया कैसी तलब,और क्या अन्दाज़े, मुश्किल है तक़दीर बने / फ़राज़]]*[[मिल्कियत अपनी मुहब्बत के अफ़साने कब तक राज़ बनाओगे / फ़राज़]]*[[मुंतज़िर कब से तहय्युर है तेरी तक़दीर का ज़ो’म ऐसा क्या कि लुत्फ़े-यार ठुकराना पड़े / फ़राज़]]*[[अहले-अब न फ़ुर्सत है, न अहसास है ग़म जाते हैं नाउम्मीद तेरे शहर से अपने / फ़राज़]]*[[तम्सील तू कहाँ था ज़िन्दगी के रोज़ो-शब आँखों में थे / फ़राज़]]*[[आँखों में चुभ रहे हैं दरोलम्हे वफ़ूरे-बाम शौक़ के चराग़ ऐसे न आए थे / फ़राज़]]*[[नज़र की धूप में साये घुले हैं शब की तरह मिल्कियत / फ़राज़* मुंतज़िर कब से तहय्युर है तेरी तक़दीर का / फ़राज़]]*[[हम क्या कि इसी सोच में बादे-चमनी थी / फ़राज़]]*[[नींद / फ़राज़]]*[[ख़ुशबू का सफ़र / फ़राज़]]*[[अब के बरस भी / फ़राज़]]*[[तुझ से मिल कर भी कुछ ख़फ़ा नाराज़ हैं हम / फ़राज़]]*[[तुझे उदास लिया ख़ुद भी सोग़वार हुए / फ़राज़]]*[[...अनदेखे दियारों के सफ़ीर / फ़राज़]]*[[अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें दिल भी बुझा हो शाम की परछाइयाँ भी हों / फ़राज़]]*[[अच्छा था अगर ज़ख़्म न भरते कोई दिन और / फ़राज़]]*[[तरस रहा हूँ मगर तू नज़र न आ मुझको / फ़राज़]]*[[किसी तरह गुल हो चराग़े-मै तो बयाने-हर्फ़े आरज़ू करते सज़ावारे संग है / फ़राज़]]*[[मैं और तू / फ़राज़]]*[[अफ़्रेशियाई अदीबों के नाम / फ़राज़]]*[[मैं कि पुरशोर समन्दर थे मेरे पाँवों में / फ़राज़]]