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13:56, 29 अगस्त 2014 {{KKGlobal}}
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|रचनाकार=प्रमोद कुमार तिवारी
|अनुवादक=
|संग्रह=
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<poem>
मेरे चेहरे पर
चिपका है उसका चेहरा
जिसे निहारता हूँ मैं अक्सर
लोगों की व्यंग्य मुस्कानों में।
</poem>
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