भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
/* ग़ज़लें */
* [[क्या याद कर के रोऊँ कि कैसा शबाब था / लाला माधव राम 'जौहर']]
* [[मैं ने जो ये कहा तुम्हें उल्फ़त मिरी नहीं / लाला माधव राम 'जौहर']]
* [[रात दिन चैन हमे ऐ रष्करश्क़-ए-क़मर रखते हैं / लाला माधव राम 'जौहर']]
* [[रोज़ कहते थे कभी ग़ैर के घर देख लिया / लाला माधव राम 'जौहर']]
* [[शौक़ से दिल को तह-ए-तेग़-ए-नज़र होने दो / लाला माधव राम 'जौहर']]
* [[थोड़ा है जिस क़दर मैं पढूँ ख़त हबीब का / लाला माधव राम 'जौहर']]
* [[यार ने इस दिल-ए-नाचीज़ को बेहतर जाना / लाला माधव राम 'जौहर']]