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वसी शाह
,/* ग़ज़लें */
* [[समुंदर में उतरता हूँ तो आँखें भीग जाती हैं / वसी शाह]]
* [[कहो तो लौट जाते हैं / वसी शाह]]
* [[आँखों से मेरे इस लिए लाली नहीं जाती / वसी शाह]]