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* [[रातों का तसव्वुर है उनका और चुपके-चुपके रोना है / साग़र निज़ामी]]
* [[लज्जते-आग़ाज ही को जाविदा समझा था मैं / साग़र निज़ामी]]
* [[दश्त में क़ैस नहीं कोह पे फ़रहाद नहीं / साग़र निज़ामी]]* [[फिर रह-ए-इश्क़ वही ज़ाद-ए-सफ़र माँगे है / साग़र निज़ामी]]* [[सदियों की शब-ए-ग़म को सहर हम ने बनाया / साग़र निज़ामी]]