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|जीवनी=[[मंजुल मयंक / परिचय]]
}}
* [[रात ढलने लगी, चाँद बुझने लगा / मंजुल मयंक]]
* [[बहारों के दिन हैं कि पतझड़ का मौसम / मंजुल मयंक]]