भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए

Changes

Kavita Kosh से
यहाँ जाएँ: भ्रमण, खोज

भाजा-दौड़ी / निशान्त

487 bytes added, 16:47, 30 अप्रैल 2015
'{{KKGlobal}} {{KKRachna |रचनाकार=निशान्त |संग्रह=धंवर पछै सूरज / नि...' के साथ नया पृष्ठ बनाया
{{KKGlobal}}
{{KKRachna
|रचनाकार=निशान्त
|संग्रह=धंवर पछै सूरज / निशान्त
}}
{{KKCatKavita}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}
<poem>
ईं छेकड़ली
उमर में
इत्ती भाजा-दौड़ी

कीं आप री
कीं पारकी

पण लाभ ई तो
म्हैं ई उठाऊँ

जठै ई जाऊँ
कीं न कीं
पाऊँ।

</poem>
Delete, Mover, Reupload, Uploader
2,887
edits