भारत की संस्कृति के लिए... भाषा की उन्नति के लिए... साहित्य के प्रसार के लिए
Changes
Kavita Kosh से
(उम्मीद करता हूँ, बल्कि मेरा इस तआरुफ़ को लिखने का इरादा भी यही है, कि अब दूसरे सदस्य मेरे लिए
'जी' या 'आप' शब्द का इस्तेमाल नहीं करेंगे।)
==मजाज़ लखनवी==
त्रुटि सुधार के लिये बहुत शुक्रिया, सुमित । आपका दिया गया सुझाव स्वीकार कर लिया गया है। '''--[[सदस्य:Lalit Kumar|Lalit Kumar]] २०:४८, १८ फरवरी २००८ (UTC)'''