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Kavita Kosh से
*[[घर की खेती / पृथ्वी पाल रैणा]]
*[[सिर से बोझ उतार दिया / पृथ्वी पाल रैणा]]
*[[गहरा अँधेरा/ पृथ्वी पाल रैणा]]*[[ढोंग रचो या भ्रम पालो / पृथ्वी पाल रैणा]]
*[[कुछ तो होगा / पृथ्वी पाल रैणा]]
*[[गुज़रे वक़्त में देखने का हौसला / पृथ्वी पाल रैणा]]