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{{KKRachna
|रचनाकार=संतोष मायामोहन
}}
{{KKCatRajasthaniRachna}}KKPustak{{KKCatKavita}}|चित्र=<poem>खाली है थांरा|नाम=सिमरणअदीतवार सूं लेय’र|रचनाकार=[[संतोष मायामोहन]]सनिवार तांई रा सातूं खानां|प्रकाशक= नेगचार प्रकाशन, बीकानेरकै वार रै एक-एक खानै|वर्ष= 1995मांडो थे कूं कूं पगलिया|भाषा=राजस्थानी अथम अनै-|विषय= कवितानिसर जावो|शैली= मुक्त छंदथांरी आगै री जातरा माथै।|पृष्ठ=80म्हारो धन,|ISBN=थारै उदय-अस्त रो|विविध=सिमरण पर केंद्रीय साहित्य अकादमी पुरस्कार।}} सिमरण।<*[[सिमरण /poem>संतोष मायामोहन]]