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सदस्य:Anwarul hasan

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vuok:y glu ^vuokj*अपनी आवाज में दुनिया को डुबो दूं लेकिन,तुमसे मिलती हुई आवाज कहां से लाऊं।  सोचते थे कि मुंसिफ से करेंगे फरियादवह भी कम्बख्त तेरा चाहने वाला निकला।
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