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घर सास के आगे / वचनेश

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लेखक: [[{{KKGlobal}}{{KKRachna|रचनाकार=वचनेश]][[Category:कविताएँ]]}}[[Category:छन्दछंद]][[Category:वचनेश]] ~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~*~
घर सास के आगे लजीली बहू रहे घूँघट काढ़े जो आठौ घड़ी।